पित्त की थैली की पथरी निकालने का अचूक उपाय

पित्त की थैली की पथरी कैसे बनती है? कारण, लक्षण, सावधानियां और उपचार

पित्त की थैली की पथरी निकालने का अचूक उपाय

Gallbladder-stone-treatment-in-hindi: पित्त की थैली (Gallbladder) छोटा ही लेकिन शरीर के महत्वपूर्ण अंग में से एक है, जो लिवर के नीचे स्थित होता है। इस थैले का काम मुख्य रूप से लिवर द्वारा बनाये गए पित्त को एकठा करना तथा भोजन पचने में मदद करना होता है। पित्त की थैली की पथरी का एक मात्र कारन पित्त के थैले मौजूद पदार्थ ((जैसे कोलेस्ट्रॉल, बिलिरुबिन) का संतुलन खो देता है जो क्रीस्टल का रूप ले लेते है। पथरी की समस्या आजकल तेजी से बढ़ रही है। आज हम पित्त की थैली की पथरी से जुडी एक एक जानकारी आपके साथ साझा करेंगे।

पित्त की थैली की पथरी के लक्षण (Symptoms of Gallbladder Stones)

पित्त की थैली की पथरी कई बार साइलेंट होती है जिससे कोई पथरी होने का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। वही पथरी धीरे धीरे जब पित्त की नली में रुकावट बनती है , तो पथरी होने के निम्न लक्षण दिखाई दे सकते है:

पित्त की थैली की पथरी के लक्षण
पित्त की थैली की पथरी के लक्षण
  • पेट के ऊपरी दाएं भाग में तेज दर्द: पेट में अचानक शुरू होने वाला यह दर्द कई मिनटों से लेकर कभी कभी कुछ घंटों तक रह सकता है। इस दर्द अनुभव अक्सर तेल-मसालेदार भोजन करने के कुछ समय बाद होता है।

  • पीठ और कंधे में दर्द: पित्त की पथरी में होने वाला दर्द पेट से शुरू होकर धीरे धीरे पीठ और दाएं कंधे तक भी फैल सकता है।

  • मतली और उल्टी: पित्त की थैली की पथरी होने पर जी मिचलाना और उल्टी होने जैसी समस्या भी देखने को मिल सकती है।

  • पाचन संबंधी समस्याएं: पथरी के रोगियों में खाना न पचना, गैस, अपच, और खट्टी डकारें आना, अन्य समस्याएं भी दिखाई दे सकती है।

  • पीलिया: कभी कभी पथरी के पित्त की नली में फस जाने से, शरीर और आँखों के सफ़ेद भाग का रंग पीला पड़ने लगता है।

  • बुखार और ठंड लगना: पित्त की थैली में संक्रमण बढ़ जाने के वजह से कई बार बुखार भी हो सकता है।

क्या पित्त की थैली की पथरी गल जाती है? (Can Gallstones Dissolve?)

यह बार बार पूछा जाने वाला एक महत्वपूर्ण सवाल है। जिसका जवाब है, “हाँ गल जाती है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में ही”।

सिर्फ कोलेस्ट्रॉल वाली पथरी (Cholesterol Stones) के गलने की संभावना जताई जा सकती है, बिलीरुबिन वाली (Pigment Stones) नहीं। पथरी गलाने की प्रक्रिया केवल छोटी और नई बनी पथरी को ही गलाया जा सकता। बड़ी और पुरानी पथरी का अपने आप गलना आमतौर पर मुश्किल होता है। पुरानी पथरी को गलाने के लिए दवाओं (जैसे Ursodeoxycholic acid) का सुझाव दिया जाता है, लेकिन इस प्रक्रिया में भी महीने या साल लग सकते है। उसके बाद भी दुबारा पथरी होने का खतरा बना रहता है।

क्या बिना ऑपरेशन के पित्त की थैली की पथरी निकल सकती है? (Can Gallstones be Removed Without Surgery?)

हाँ, कुछ ऐसे भी विकल्प है जिसकी सहायता से बिना सर्जरी के पथरी निकाला या ठीक किया जा सकता है, लेकिन यह उपचार सभी परिस्थिति में काम नहीं करता है। यह निर्भर करता है की पथरी कितना पुराना है और उसका आकर क्या है तथा रोगी का स्वास्थ्य कैसा है।

क्या बिना ऑपरेशन के पित्त की थैली की पथरी निकल सकती है?
पित्त की थैली की पथरी निकल सकती है?
  1. दवाईयाँ (Oral Dissolution Therapy): कोलेस्ट्रॉल स्टोन को गलने के लिए ऊपर सुझाया गया दवा (Ursodeoxycholic acid) का प्रयोग किया जा सकता है।

  2. ERCP (Endoscopic Retrograde Cholangiopancreatography): यदि पथरी पित्त की नली में फंस गया हो, तो ऐसे में पथरी को निकलने के लिए ERCP नामक एक प्रक्रिया होती है जिसके अंतर्गत मुँह के रास्ते एक लचीली ट्यूब के मदद से पथरी को निकला जाता है। इस प्रक्रिया से थैली से पथरी नहीं निकला जा सकता है यह प्रक्रिया केवल नली में फसी पथरी को निकलने के लिए किया जाता है।

  3. शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (Extracorporeal Shock Wave Lithotripsy): यह एक ऐसी विधि है जिसकी सयाहता से पित्त की थैली की पथरी को छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है, जो पुनः मल के साथ अपने आप निकल जाते है।

नोट: इन विकल्पों अपनाने से पहले हमेशा अपने नजदीकी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (पाचन रोग विशेषज्ञ) से सलाह लेनी चाहिए।

कौन सा भोजन पित्त पथरी को पिघला देता है? (Diet to Dissolve Gallstones)

डेली आहार भी पथरी को गलने या होने से रोकने में बहोत सहायक होता है। किसी एक भोजन का सेवन करके पथरी को नहीं रोका जा सकता है, लेकिन एक स्वस्थ्य आहार का सेवन करके पथरी को होने से रोका जा सकता है और उनके लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।

  • उच्च फाइबर युक्त आहार: ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, साबुत अनाज (जैसे ओट्स, दलिया), और छिलके वाली दालें फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं।

  • स्वस्थ वसा: जैतून का तेल, नट्स, एवोकाडो और फिश ऑयल में पाए जाने वाले वसा पित्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में सहायक होते है।

  • खूब पानी पिएं: दिन में 8-10 गिलास पानी का सेवन करने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और पित्त पतला बनता है।

  • विटामिन C: नींबू, संतरा, आंवला जैसे खट्टे फलों का सेवन पथरी के लिए फायदेमंद माना जाता है।

  • इनसे परहेज करें: तला-भुना भोजन, प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड कार्ब्स (मैदा, चीनी), और अत्यधिक वसा वाले भोजन से दुरी बनाये रहें।

पित्त की थैली की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic Treatment for Gallstones)

पित्त की पथरी को आयुर्वेद में ‘पित्ताश्मरी’ भी कहा जाता है और पथरी का होना पित्त दोष के असंतुलन का परिणाम माना जाता है। पथरी के उपचार के लिए कुछ आयुर्वेद उपचार इस प्रकार दिए गए है।

पित्त की थैली की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
पित्त की थैली की पथरी का आयुर्वेदिक इलाज
  • काली मिर्च, अदरक और नींबू: एक चम्मच काली मिर्च पाउडर, एक चम्मच अदरक का रस और दो चम्मच नींबू का रस को एक साथ मिक्स करके सेवन करने से पथरी रोगियों को लाभ हो सकता है।

  • सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar): एक गिलास गर्म पानी में बड़े चम्मच से एक चम्मच कच्चा बिना छना सेब का सिरका और शहद मिलाकर पीना पथरी के लिए फायदेमंद माना जाता है।

  • त्रिफला चूर्ण: रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पाचन तंत्र और मल त्याग दुरुस्त बना रहता है।

  • विभिन्न जड़ी-बूटियाँ: आयुर्वेदिक चिकित्सक गोखरू, पुनर्नवा, वरुण और भृंगराज जैसी जड़ी-बूटियों के मिश्रण के सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।

अत्यंत महत्वपूर्ण: दिए गए आयुर्वेदिक उपचार शुरू करने से पहले अपने नजदीकी किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। गंभीर परिस्थिति में या पथरी का आकार बड़ा हो तो केवल आयुर्वेद पर निर्भर न रहें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1: क्या पथरी होने पर नारियल पानी पी सकते हैं?
A: हाँ, नारियल पानी एक हल्का और प्राकृतिक डिटॉक्स ड्रिंक होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखने में सहायक होता है और पाचन में मदद करता है, जो पथरी रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

Q2: क्या पथरी में मेथी दाना का प्रयोग कर सकते हैं?
A: रातभर भिगोए हुए मेथी के दाने का पानी पीना या भींगे हुवे मेथी के दाने चबा कर खाना फायदेमंद माना जाता है। मेथी में पाए जाने वाले तत्व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार हैं।

Q3: पित्त की थैली निकलवाने के बाद क्या जीवन पर कोई असर पड़ता है?
A: ज्यादातर मामलों में कोई विशेष असर नहीं पड़ता। यदि पित्त की थैली न हो तो लिवर सीधे पित्त को छोटी आंत में छोड़ता है। कुछ लोगों को शुरुआत के समय में हल्की दस्त या पाचन संबंधी समस्या होने की संभावना हो सकती है, जो समय के साथ ठीक हो जाती है।

Q4: पथरी की जांच कैसे होती है?
A: पित्त की पथरी की पुष्टि करने के लिए आमतौर पर पेट का अल्ट्रासाउंड (Sonography) का सहारा लिया जाता है। यह जांच सुरक्षित, सरल और सटीक है।

सावधानी: इस लेख का उद्देस्य सिर्फ सामान्य जानकारी प्रदान करना है। पित्त की थैली की पथरी एक गंभीर समस्या हो सकती है। दिए गए किसी भी प्रकार के उपचार को अपनाने से पहले अपने नजदीकी चिकित्सक या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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